Saturday, July 27, 2024
Follow us on
BREAKING NEWS
फोर्टिस मोहाली के डॉक्टरों ने वॉटर वेपर थेरेपी से प्रोस्टेट समस्याओं से पीड़ित 73 वर्षीय व्यक्ति का किया इलाजऔद्योगिक क्षेत्र में आ रही समस्याओं को लेकर मेयर को सौंपा ज्ञापनगली क्रिकेट टूर्नामेंट की जर्सी और कैप हुई लांचकारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में एक पेड़ शहीदों के नाम कार्यक्रम का हुआ आयोजनहमारे किसान बेइंसाफ़ी के नहीं सम्मान के हकदार: संधवांपंजाब सरकार कर्मचारियों की भलाई के लिए वचनबद्ध: लाल चंद कटारूचक्कपंजाब:आधुनिक खेती मशीनरी पर 21 करोड़ रुपए की सब्सिडी देने का निर्णयहरियाणा पुलिस के जवान विकट परिस्थितियों में धैर्य के साथ कर रहे हैं कर्तव्यों का निर्वहन:नायब सिंह
 
 
 
National

आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर बनने के लिए पास नहीं करनी होगी परीक्षा

November 25, 2021 11:19 PM

चंडीगढ। प्रदेश भर में आंगनवाडी केंद्रों पर कार्यरत हजारों आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को अब सुपरवाइजर बनने के लिए परीक्षा पास नहीं करनी होगी। महिला एवं बाल विकास विभाग अपने सेवा नियमों में बदलाव करते हुए विभागीय पदोन्नति की व्यवस्था तैयार करेगा और इसके लिए भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों अनुसार शीघ्र प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 
यही नहीं आंगनवाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को साल में मानदेय के साथ एक माह का चिकित्सा अवकाश देने के लिए भी विभागीय प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके साथ ही विभिन्न मागों को लेकर सहमति बनने के बाद आंगनवाडी वर्कर्ज हैल्पर्स यूनियन ने अपना आंदोलन वापस लेने पर सहमति जता दी।
वीरवार को हरियाणा सचिवालय परिसर में महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा से आंगनवाडी वर्कर्ज हैल्पर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य प्रधान कुंज भट्ट की अगुवाई में मुलाकात की तथा बीते दिनों से चल रहे आंदोलन को लेकर अपनी बात रखी। 
इस पर राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने महिला एवं बाल विकास विभाग की महानिदेशक हेमा शर्मा, संयुक्त निदेशक (प्रशासन) हितेंद्र कुमार, राजबाला कटारिया एवं पूनम रमन के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा की। 
डेढ़ घंटे तक चली चर्चा के दौरान डेढ दर्जन मुद्दों पर विचार विमर्श हुआ, जिसमें महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने सभी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया तथा स्पष्ट किया कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं आंगनवाडी सहायिकाओं के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने बताया कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं से सुपरवाइजर बनने के लिए आयोग द्वारा ली जाने वाली परीक्षा पास करनी होती थी। लेकिन अब विभाग सरकार को 50 प्रतिशत पद विभागीय पदोन्नति के माध्यम से भरने के लिए सेवा नियमों में संशोधन करेगा। 
इससे हजारों आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के सामने बिना परीक्षा और सरल तरीके से पदोन्नति के अवसर मिलेंगे। इससे पूर्व आंगनवाडी सहायिका से आंगनवाडी कार्यकर्ता के लिए 25 प्रतिशत पदोन्नति की व्यवस्था लागू की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि आंगनवाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को हर साल में मानदेय सहित एक माह का चिकित्सा अवकाश देने की व्यवस्था की जाएगी, इसके लिए तत्काल विभाग को प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिए गए हैं।
महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि प्रदेश में किराए के भवनों में चल रहे आंगनवाडी केंद्रों के किराए संबंधी अडचनों को दूर करने के लिए लोक निर्माण विभाग के मुख्य कार्यकारी अभियंता को लिखा गया है और जल्द ही जिला स्तर पर कार्यकारी अभियंता अपने दायरे में आंगनवाडी केंद्रों की रिपोर्ट देंगे, ताकि किराया संबंधी अडचनों को दूर किया जा सके। 
विभाग के आला अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं और आंगनवाडी सहायिकाओं का मानदेय महीने की सात तारीख तक देना सुनिश्चित किया जाएगा, इसके लिए भारत सरकार से प्राप्त होने वाली राशि की उपलब्धता को लेकर भी समन्वय किया जाए। 
उन्होंने कहा कि पोषण ट्रैकर ऐप को लेकर आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के सभी संशय को दूर किया जाएगा और उनकी प्रशिक्षण व्यवस्था करके तकनीक कुशल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐप के माध्यम में न केवल आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं की कार्यकुशलता बढेगी, अपितु कागजी कार्रवाई में भी कमी आएगी। इसके लिए कार्यकर्ता को 500 रूपए तथा सहायिका के लिए 250 रूपए अतिरिक्त दिए जाएंगे।
बैठक में आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को कुशल व अर्धकुशल श्रेणी में निर्धारण के प्रस्ताव पर चर्चा हुई, जिसपर वित विभाग से मंजूरी मिलने के बाद लागू करने पर सहमति बनाई गई। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को आयुष्मान योजना के दायरे में लाकर स्वास्थ्य लाभ देने, गैस सिलेंडर की दरों में बढोतरी के अनुरूप राशि बढोतरी करने, आंगनवाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की मृत्यु अथवा सेवानिवृति पर भारतीय जीवन बीमा निगम के माध्यम से मुआवजा देने, कोरोना अवधि में ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाली आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिका को 20 लाख रूपए की राशि देने की प्रक्रिया में तेजी लाने पर सहमति बनी।
 बैठक में आंगनवाडी वर्कर्ज हैल्पर यूनियन की प्रधान कुंज भट्ट, राज्य वरिष्ठ महासचिव जगमति मलिक, महासचिव अनुपमा, मनप्रीत, पूर्ति, कमला, राजबाला, उषा आदि ने प्रतिनिधिमंडल के तौर पर वार्ता को कामयाब बताया और कहा कि यूनियन ने अपना आंदोलन वापस लेते हुए पंचकूला में धरना समाप्त कर दिया है।अब सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं सरकार एवं विभाग के दिशा-निर्देश अनुसार योजनाओं के प्रभावी संचालन में अपने दायित्व का पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निवर्हन करेंगी।
 
 
Have something to say? Post your comment
More National News
नई और उभरती सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनज़र हमें अपने रिस्पॉन्स में हमेशा एक कदम आगे रहना होगा : शाह
हिमाचल के उद्योगपति सुमित सिंगला को ब्रिटिश पार्लियामेंट में इंटरनेशनल एक्सीलेंस अवार्ड
ओलंपिक में देश की निगाहें हरियाणा के खिलाड़ियों पर
सुषमा गुप्ता हरियाणा बाल कल्याण परिषद की मानद सचिव नियुक्त
‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के तहत घर-घर और जन-जन तक चार्जशीट को पहुंचाएगी कांग्रेस
वीमेन लीडर्स इंडिया फेलोशिप 2024-25 के लिए आवेदन आमंत्रित
गरीब कन्याओं के विवाह से शुरू हुआ अंबानी परिवार का शादी समारोह
लेफ्टिनेंट जनरल राजेश पुष्कर ने खरगा कोर के नए जीओसीइनसी के रूप में पदभार संभाला
तीन नए आपराधिक कानून आज से लागू, जानें- न्याय व्यवस्था और नागरिकों पर होगा क्या असर
बिप्लब देब के नेतृत्व में चार सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम ने पश्चिम बंगाल की रिपोर्ट जेपी नड्डा को सौंपी