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National

भिवानी: राधा-कृष्ण बन जन्माष्टमी की रिहर्सल करने में जुटे बच्चे

संजय कुमार मेहरा | August 24, 2021 02:03 PM


-जन्माष्टमी के कार्यक्रमों की होने लगी है तैयारियां
-मंदिरों में सजावट के साथ बच्चे भी राधा-कृष्ण बन कर रहे रिहर्सल
-कई स्थानों पर स्कूलों द्वारा ऑनलाइन मनाई जाएगी जन्माष्टमी
-बच्चे घरों से ही पेश करेंगे कृष्ण लीला
-अधिकांश बच्चे घरों से ही पेश करेंगे कृष्ण लीला

संजय कुमार मेहरा
भिवानी। वाणी और सावनी बेशक बेटियां हों, लेकिन दोनों जन्माष्टमी पर राधा-कृष्ण की भूमिका में नजर आएंगी। वाणी-सावनी जैसे और भी अनेक बच्चे हैं, जो कि इन दिनों जन्माष्टमी की तैयारियों में लगे हैं। अभिभावकों द्वारा उन्हें श्रीकृष्ण की लीलाओं पर डांस आदि सिखाए जा रहे हैं। कई जगह एक्सपर्ट से भी उन्हें डांस व डायलॉग सिखाए जा रहे हैं।

आगामी 30 अगस्त को मनाई जाने वाली श्रीकृष्णाष्टमी (जन्माष्टमी) की तैयारियां अभी से शुरू हो चुकी हैं। कहीं मंदिरों में साज-सजावट का काम हो रहा है तो कहीं बच्चे राधा-कृष्ण व अन्य पात्रों की भूमिका के लिए तैयार किए जा रहे हैं। घरों में उनके कार्यक्रमों की रिहर्सल हो रही है। हर माता-पिता चाहता है कि उनके बच्चे राधा-कृष्ण की भूमिका में हों या अन्य किसी पात्र की भूमिका में, सबकी नजर उन्हीं पर हो। वे ही सबसे सुंदर नजर आएं। उनके ही कार्यक्रमों के लोग कायल हो जाएं। इसी सोच के साथ बच्चों की तैयारियां भी कराई जा रही हैं।

21वीं सदी के बच्चे भी बहुत तेज दिमाग के हैं। वे जिस चीज को देख लेते हुए हैं, तुरंत समझ लेते हैं। कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल पर उनकी नन्हीं उंगलियों का जादू किसी ने नहीं छिपा है। आज लगभग हर घर में ऐसे बच्चे हैं, जो कि टेक्नोलॉजी के उपयोग के मामले में बड़े-बड़ों को पीछे छोड़ देते हैं। जन्माष्टमी की तैयारियों के दौरान बच्चों को माता-पिता या एक्सपर्ट जो कुछ भी सिखा रहे हैं, बच्चे तुरंत उन्हें कैच कर रहे हैं। चाहे स्माइल होना हो या गंभीरता दिखानी हो, बच्चे दोनों ही तरह से रिएक्शन देते हैं।

डिजायनर ड्रेस पहनकर मन मोह रहे बच्चे
यह भी सच है कि आज बाजारवाद ने लोगों पर पूरा कब्जा कर लिया है। पहले जो चीजें आसानी से घरों में उपलब्ध हो जाती थी, या लोग जिनसे घरों में ही काम चला लेते थे। आज वह सब सामान बाजारों में उपलब्ध है। वह भी तरह-तरह के रंगों और डिजायनों में। जन्माष्टमी पर बच्चे सबसे अधिक राधा-कृष्ण की भूमिका निभाते हैं। हाथों में बांसुरी लेकर होठों से लगाए कृष्ण बने बच्चे और मटकी उठाए राधा सबका मन मोह लेती है। जन्माष्टमी की तैयारियों में ये बच्चे किसी फिल्मी बाल कलाकार से कम नजर नहीं आ रहे। ऊपर से उनकी अठखेलियां तो और भी गजब ढाती हैं।

 
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