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महिलाएं कब होती हैं ज्यादा खुश और कब होती हैं दुखी...

April 10, 2023 05:24 PM

चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर जी-20 में शुरू हुए हैप्पीनेस इंडेक्स से प्रेरित होकर सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन ने हरियाणा में महिलाओं के हैप्पीनेस इंडेक्स पर सर्वे करने का ऐलान किया है। यह सर्वे प्रदेश के 3 जिलों हिसार,गुरुग्राम,नूंह में से शुरू होगा।

सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन हरियाणा में करेगी सर्वे
घरों में लगेगा महिलाओं का हैप्पीनेस चार्ट
हिसार, गुरुग्राम व नूंह से शुरू हुआ अभियान 

सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन के संस्थापक सुनील जागलान ने बताया कि  आधी आबादी की मुस्कान पर आज तक कोई काम नहीं हुआ है। इस अभियान का नाम है विमेन हैप्पीनैस चार्ट। यह बात सर्वमान्य है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में सामाजिक हित के काम करने और अच्छे परिणाम लेने के लिए अधिक एकजुटता रखती हैं। 
दूसरों की जरूरतों के बारे में अधिक जागरूक होती हैं। यह बात यूएन के हैप्पीनेस इंडेक्स के शीर्ष देशों के अध्ययन से भी स्पष्ट होती है। दुनिया के शीर्ष दस सबसे खुशहाल देशों में से आठ में संसदीय पदों पर 40 फीसदी से अधिक महिलाएं हैं। न्यूजीलैंड में तो महिलाओं की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक है। हेप्पीनेस इंडेक्स में इजराइल भी टॉप-10 में पिछली पायदान पर है, वहां भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व 30 प्रतिशत के लगभग है।
रिपोर्ट यह भी कहती है कि जिन देशों में महिलाएं कामकाजी ज्यादा हैं वहां खुशहाली भी ज्यादा है। भारत का 136 वां स्थान है और संसद में महिलाओं की भागीदारी 15 प्रतिशत से भी कम है। जागलान ने बताया कि इस सर्वे के दौरान घरों में हेप्पीनेस चार्ट लगाया जाएगा। जिसके माध्यम से एक माह तक सर्वे करके यह पता लगाया जाएगा कि घर में महिलाओं की खुशी कितनी देर रहती है।
इस विषय पर महिलाओं के लिए आजतक कोई अलग सर्वे नहीं हुआ हैं। फाउंडेशन द्वारा सैंपलिंग के तौर पर काम किया जाएगा। यह पता लगाया जाएगा कि महिलाएं किस दिन अधिक खुश रहती हैं, किस दिन नार्मल रहती हैं और किस दिन मायूस या दुखी रहती हैं।
जागलान ने बताया कि दूसरे वर्जन में यह पता लगाया जाएगा कि महिलाओं की खुशी किन-किन कारणों से प्रभावित होती है। ऐसे ही एक दिन का सर्वे करके इन सभी कारणों व अवसरों के बारे में पता लगाया जाएगा। एक माह के इस सर्वे में महिलाओं के हेप्पीनेस का पैमाना सैट किया जाएगा। इस सर्वे की रिपोर्ट महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को दी जाएगी। हरियाणा के बाद महिलाओं पर आधारित इस सर्वे को पूरे देश में किया जाएगा।
गौरतलब है कि सुनील जागलान ने बेटी बचाओ से लेकर सेल्फ़ी विद डॉटर,बेटियों के नाम नेमप्लेट,पिरियड चार्ट,लाडो पंचायत, लाडो गो ऑनलाइन, लडकीयों की शादी की उम्र 21 करने के लिए सैकड़ों अभियान शुरू किए हैं जो देश विदेशों में प्रशंसा पाने के अलावा देश भर में लोगों द्वारा बहुत पंसद किए जा रहे हैं।
 
गौरतलब हालांकि दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सुनील जागलान हरियाणा राज्य के जींद ज़िले के बीबीपुर गॉंव के वही सरपंच हैं जिन्होंने  वर्ष 2012 में बेटी बचाओ अभियान शुरू हुआ एवं उनके द्वारा शुरू किए गए सेल्फ़ी विद् डॉटर अभियान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 6 बार मन की बात व अमेरिका व इंग्लैंड के कार्यक्रमों में सराहना की। सुनील जागलान पर बनीं डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म सनराइज़ को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है तथा संयुक्त राष्ट्र द्वारा इस फ़िल्म को विश्व के 73 देशों में दिखाया जा रहा है।
 
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