चंडीगढ़। हरियाणा की मनोहर सरकार के सात साल पूरे होने के अवसर पर नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को घेरते हुए सात सवाल किए हैं। मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में हुड्डा ने कहा कि करनाल से शुरू हुआ ‘विपक्ष आपके समक्ष’ कार्यक्रम अब 14 नवंबर को जींद में होगा।
हुड्डा ने कहा कि इस सरकार के सात साल का कार्यकाल विफलताओं से भरा पड़ा है। गठबंधन सरकार के चुनावी घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि वादे के मुताबिक न ही 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन दी गई, न किसानों को स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक एमएसपी दी, न एमएसपी का कानून बनाया, न शराब के ठेकों को गांव से बाहर निकाला, न प्रतियोगी परीक्षाओं में ग्रामीण बच्चों को 10 अंक अतिरिक्त दिए, न पंजाब के समान कर्मचारियों को वेतनमान दिया, न पुरानी पेंशन स्कीम लागू की।
हुड्डा ने कहा कि सात साल के दौरान इस सरकार में प्रदेश को कोई बड़ी परियोजना, कोई बड़ा उद्योग या संस्थान नहीं मिला। न ही कोई पावर प्लांट लगाया गया, ना कोई मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी बनाई गई। बावजूद इसके, सरकार ने प्रदेश को करीब ढाई लाख करोड़ के कर्ज में डुबो दिया है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जिन घोटालों की खानापूर्ति के लिए जांच करवाई गई, उनकी रिपोर्ट को भी सरकार दबाकर बैठ गई है। हुड्डा ने कहा कि बीजेपी व गठबंधन सरकार ने किसानों को दयनीय स्थिति में पहुंचा दिया है। हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आते ही गरीब परिवारों के लिए कांग्रेस द्वारा शुरू की गई 100-100 गज के प्लॉट देने की स्कीम को बंद कर दिया है।