चंडीगढ़, 20 अगस्त। हरियाणा विधानसभा में शुक्रवार को कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान हुई मौत के मुद्दे पर खूब हंगामा हुआ। विपक्ष ने जहां सरकार पर कोरोना से हुई मौत के असल आंकड़े छिपाने तथा आक्सीजन के अभाव में लोगों के मरने का आरोप लगाया वहीं सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में एक भी व्यक्ति की मौत आक्सीजन की कमी से नहीं हुई है।
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उनके विधायक इससे संतुष्ट नहीं हुए। विपक्ष ने सरकार पर कोरोना से मरने वालों की मौत का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाया। इस मुद्दे पर सीएम खट्टर और हुड्डा के बीच बहस भी हुई।
गोहाना के विधायक जगबीर सिंह मलिक ने प्रश्नकाल के दौरान सरकार से कोरोना पर हुई मौत, आक्सीजन की कमी और सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों पर सवाल उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा, अकेले हरियाणा नहीं बल्कि अधिकांश राज्यों में ऑक्सीजन का संकट गहराया। ऐसे में ऑक्सीजन का कंट्रोल केंद्र ने अपने हाथों में लिया। हरियाणा को पहले चरण में 150 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का स्टॉक मिला। इसके बाद इसे बढ़ाकर 285 तक किया गया। हालांकि राज्य ने 350 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की डिमांड की थी।
सीएम ने कहा, कोर्ट के आदेशों के बाद केंद्र ने दिल्ली में ऑक्सीजन का कोटा भी बढ़ाया। दिल्ली को 700 मीट्रिक टन तक ऑक्सीजन दी गई। इसके बाद यह स्थिति पैदा हो गई कि दिल्ली को यह ऑक्सीजन विभिन्न कंपनियों को सौंपनी पड़ी। हरियाणा ने उड़ीसा से रेल व सडक़ मार्ग से ऑक्सीजन मंगवाई। सीएम ने कहा कि हमारे पास बेशक ऑक्सीजन की कमी रही लेकिन हमने उपलब्ध ऑक्सीजन का अच्छे तरीके से बंटवारा किया।
झज्जर विधायक गीता भुक्कल ने प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट और इसकी कमी से हुई मौत का मुद्दा सदन में उठाया। इस पर सीएम ने कहा, विपक्ष के हर व्यक्ति को संतुष्ट कर पाना संभव नहीं है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कोरोना महामारी से जब पूरा देश जूझ रहा था तो हरियाणा में बैठे विपक्षी दलों के नेता केवल बयानबाजी में लगे थे। हुड्डा ने मौतों के आंकड़े छिपाने के आरोप लगाते हुए कहा कि जितनी मौत रिकार्ड हुई हैं, उससे 10 गुणा तक अधिक लोगों की जान महामारी की वजह से गई है।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई। उन्होंने कहा, अभी तक जिलों से आए मौत के आंकड़ों में एक भी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मौत दर्ज नहीं हुई है। सीएम ने रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि सरकार के रिकार्ड के मुताबिक 24 मार्च 2020 से लेकर 31 जुलाई 2021 तक कुल 9635 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इनमें आक्सीजन के अभाव में एक भी मौत नहीं हुई है।