चंडीगढ़, 08 जून। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पंचकूला हिमाचल और दिल्ली का गेट-वे है, इसलिए पंचकूला में निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए पंचकूला को औद्योगिक और लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित करने की योजना है। इस दिशा में बढ़ते हुए बरवाला में दवा उद्योग के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार उद्योगपतियों के संपर्क में है। इसके लिए बद्दी इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के साथ बैठक हो चुकी है और आगे की योजना तैयार की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि बरवाला को औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित करने, पंचकूला आई.टी. पार्क को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पाक्र्स ऑफ इंडिया के साथ संचालित करने जैसे निर्णय लिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला का मोरनी अपने हरे भरे वातावरण के लिए जाना जाता है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने पंचकूला को टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने के लिए मोरनी में पैराग्लाईडिंग सुविधाओं को विकसित किया है। वहां आगामी 20 जून को पैराग्लाइडिंग की शुरूआत की जाएगी। इसके अलावा हॉट एयर बैलून शुरू करने की संभावनाओं को भी मजबूत किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सडक़ संपर्क को मजबूत करना किसी भी योजना का सबसे जरूरी हिस्सा है। चूंकि पंचकूला राजमार्गों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, इसलिए हरियाणा सरकार पंचकूला आने वाले यात्रियों को सुगम और सुव्यवस्थित सडक़ तंत्र मुहैया करवाने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि चण्डीगढ़ एयरपोर्ट से पंचकूला की कनेक्टिविटी का कार्य प्रगति पर है। इसके लिए घग्गर नदी पर पुल भी निर्माणाधीन है।
इसके अलावा, पिंजौर हवाई पट्टी का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इसके पूरा होने के बाद जल्द ही लोग एयर टैक्सी सेवा का लाभ उठा सकेंगे, जो हिंडन, शिमला, धर्मशाला, कुल्लू-मनाली आदि पर्यटन स्थलों के लिए शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि मोरनी और टिक्करताल आदि पर्यटन स्थलों तक सुगम यातायात के लिए सडक़ों को चौड़ा किया जा रहा है।