चंडीगढ़। हरियाणा की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अब नए रूप में दिखाई देगी। पार्टी द्वारा न केवल संगठन का विस्तार किया जाएगा बल्कि सरकार के साथ-साथ संगठन के लोग भी कृषि कानूनों पर जागरूकता फैलाने के लिए फील्ड में उतरेंगे। यही नहीं मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष आने वाले दिनों में सत्ता व संगठन के बीच तालमेल बढ़ाएंगे।
भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े का तीन दिवसीय प्रवास आज समाप्त हो गया। दिल्ली रवाना होने से पहले तावड़े ने भाजपा जिलाध्यक्षों को संगठन की मजबूती का पाठ पढ़ाया। तावड़े ने जिलाध्यक्षों को विधायकों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए प्रेरित किया। तावड़े के अनुसार संगठन मजबूत होगा तो सरकार को भी मजबूती मिलेगी और सरकार मजबूत हुई तो जनहितेषी कार्यों में तेजी आएगी। कुछ विधायकों व जिलाध्यक्षों ने तावड़े के समक्ष मंत्रिमंडल में बदलाव की पटकथा तैयार करने में भी सहयोग दिया है।
कृषि कानूनों पर चलेगा जागरूकता अभियान
प्रभारी विनोद तावड़े दूसरी बार प्रदेश के दौरे पर आए थे। पिछले माह पांच दिन तक सांसदों व पार्टी प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की तो इस बार तीन दिन के प्रवास के दौरान विधायकों से व्यक्तिगत संवाद कायम किया। पहले दो दिन तावड़े ने चार से पांच के ग्रुप में विधायकों के साथ चर्चा की। विधायकों ने संगठन और सरकार के कामकाज में सुधार के कई अहम सुझाव दिए। बुधवार रात को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ भोजन करने के उपरांत बृहस्पतिवार को तावड़े हरियाणा निवास में पार्टी जिलाध्यक्षों से मिले। यहां भी एक ग्रुप में चार से पांच जिलों के अध्यक्षों ने अपनी बात रखी। करनाल को जिलाध्यक्ष योगेंद्र राणा और कुरुक्षेत्र के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी ने तावड़े की इस मुलाकात को रुटीन की प्रक्रिया बताया, लेकिन पता चला है कि कुछ जिलाध्यक्षों ने सरकार में अहमियत नहीं मिलने की बात नए प्रभारी के सामने रखी।
कुछ जिलाध्यक्षों ने यह भी कहा है कि विधायक न तो पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होते हैं और न ही उन्हें सहयोग करते हैं। अधिकारियों के यहां भी ठीक ढंग से सुनवाई नहीं होती। विधायकों से बातचीत के दौरान न तो मुख्यमंत्री और जिलाध्यक्षों से बातचीत के दौरान प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ मौजूद नहीं रहे। तावड़े ने जिलाध्यक्षों को ब्लाक व मंडल स्तर पर संगठन को मजबूत करते हुए नई कार्यकारिणी के जल्द गठन का सुझाव दिया है।