अमेरिका ,8 मई। कोरोना को लेकर अमेरिका में ट्रंप सरकार की सारी कोशिशें फेल होती नजर आ रही हैं। जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। इस दौरान बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। कुछ दिनों पहले भारतीय मूल के दो डॉक्टर भी न्यूजर्सी में कोरोना की चपेट में आए थे, जिनकी शुक्रवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं उनकी मौत पर न्यूजर्सी के गवर्नर ने दुख व्यक्त किया है। डॉक्टर सतेंद्र देव खन्ना (78) न्यूजर्सी के एक अस्पातल में सर्जिकल डिपार्टमेंट के हेड थे। वहीं उनकी बेटी प्रिया खन्ना (43) इंटरनल मेडिसिन और नेफ्रोलॉजी की स्पेशलिस्ट थीं। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक सतेंद्र देव का इलाज उसी अस्पताल में चल रहा था, जहां पर उन्होंने 35 साल तक सेवाएं दी थी। वहीं न्यूजर्सी के गवर्नर फिल मर्फी ने उनकी मौत पर ट्वीट करते हुए लिखा कि सत्येंद्र और उनकी बेटी प्रिया खन्ना दोनों ही अच्छे डॉक्टर थे। दोनों ने अंतिम सांस तक कोरोना से जंग लड़ी, लेकिन वो हार गए। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी दूसरों की सेवा में लगा दी। ऐसे में हम शब्दों में उनका आभार नहीं व्यक्त कर सकते हैं। गवर्नर ने सत्येंद्र खन्ना की पत्नी कोमलिश खन्ना से बात कर उन्हें संत्वना दी। कोमलिश और उनकी दो बेटियां सुगंधा खन्ना और अनीशा खन्ना भी पेशे से डॉक्टर हैं।
चीन के वुहान से शुरु हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। अमेरिका, जापान, रूस जैसे शक्तिशााली देश इसके सामने बेबस नजर आ रहे हैं। मौजूदा वक्त में अमेरिका कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां अब तक 1,292,879 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं इस बीमारी से अभी तक वहां 76,942 लोगों की मौत हुई है। राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिका में इस बीमारी से दो लाख से ज्यादा मौतें होने की आशंका जताई है। वहीं पूरी दुनिया में ये आंकड़ा 40 लाख के पार पहुंच गया है।