चंडीगढ़, 24 मई । भले ही हरियाणा में खापों को लेकर तरह-तरह की धारणाएं हो मगर रविवार को विभिन्न राज्यों की खाप महिलाओं के उत्थान की दिशा में मंच पर दिखाई दी। राष्ट्रीय महाखाप महापंचायत द्वारा पहली बार डिजिटल महाखाप महापंचायत के वेबिनार में विभिन्न प्रदेशों के 57 खाप नेताओं ने महिलाओं के उत्थान की दिशा में लंबी चर्चा की। इस महापंचायत में करीब साढ़े तीन घंटे महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध, घरेलू हिंसा तथा महिलाओं के सामाजिक उत्थान को लेकर गंभीर चर्चा की गई।
राष्ट्रीय महखाप महापंचायत ने किया डिजिटल महाखाप का आयोजन
महिला उत्थान को एकमंच पर आई कई राज्यों की दर्जनों खाप पंचायतेशादी से पहले लड़के व लड़की की प्री-मैरिज काउंसलिंग पर दिया जोर
राष्ट्रीय महाखाप पंचायत के संयोजक सुनील जागलान द्वारा आयोजित इस महापंचायत में सैकड़ों प्रतिभागी भी जुड़े। कई महिला वक्ताओं और खाप चौधरियों में तीखी बहस हुई। बीजेपी के राज्यसभा सदस्य जनरल डीपी वत्स ने कहा कि महिलाएं अपने पति को भगवान तो मानती हैं, लेकिन उनकी बात मानने को राजी नहीं होती, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे हर गलत बात भी स्वीकार करें। डीपी वत्स के अनुसार अपना गौत्र व मां का गौत्र छोड़कर लड़की कहीं भी शादी करने के लिए आजाद रहे। गांव की गांव में शादी को भी मान्यता मिलनी चाहिए। किसी भी शादी को कामयाब बनाने की प्री-मैरिज काउंसलिंग जरूरी है।
सुप्रीम कोर्ट में खापों की पैरोकार आइसीएसएसआर की प्रो. मधु किश्वर की राय थी कि महिलाओं से पहले बच्चों हिंसा का शिकार होते हैं, जो गंभीर है। बच्चों को अनुशासित करने के सभ्य तरीके ढूंढने चाहिए। फिल्म निर्माता विभा बख्शी ने महिलाओं से उनके विरुद्ध होने वाले अपराधों पर मुखर होने की बात कही। कंडेला खाप के प्रधान टेक राम कंडेला ने हिंदू मैरिज एक्ट में बदलाव की मांग करते हुए एक गांव, एक गौत्र और साथ लगते गांव में शादियां किए जाने का विरोध किया। गठवाला खाप के बलजीत सिंह मलिक ने कहा कि दादी का गौत्र छोड़कर किसी भी गौत्र में शादी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा का कारण शराब है।
पालम 360 खाप के प्रधान रामकरण सोलंकी ने दिल्ली में जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। खाप नेता धर्मपाल हुड्डा ने कहा कि पुरुष अपनी पत्नी से सीता बनने की अपेक्षा तो करते हैं मगर खुद रामचंद्र नहीं बनना चाहते। खाप नेता इंद्र सिंह मोर ने महिलाओं की तरफदारी की। पहली महिला खाप महम चौबीसी से युवा खाप नेता एडवोकेट तुलसी ग्रेवाल ने राज्यभा सदस्य डीपी वत्स के गांवों में घरेलू हिंसा के दावों को खारिज किया।ज्योति फौगाट ने कहा कि महिलाओं की आर्थिक रूप से सहायता नहीं करना तथा अपशब्द बोलना भी घरेलू हिंसा का पार्ट है। खाप नेता देव लोहान ने कहा कि लड़कियां पीएचडी कर डाक्टर तो बन जाती हैं, लेकिन शादी कर बहु नहीं बन पाती। नरवाल खाप के प्रधान भले राम नरवाल ने कहा कि पति-पत्नी दोनों का संयम जरूरी है। महाखाप पंचायत के संयोजक सुनील जागलान ने बताया कि वेबिनार में विभिन्न राज्यों के 57 खाप नेताओं ने भागीदारी की। सतरोल खाप के इंद्र सिंह ढुल, दिल्ली खाप के नत्था प्रधान, दहिया खाप के प्रधान सुरेंद्र दहिया, सतरोल खाप के कैप्टन महाबीर और नौगामा खाप के कुलदीप सिंह ढुल समेत कई नेताओं ने अपनी राय रखी।