काइ,29 नवंबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) मिस्त्र के उत्तरी सिनाई प्रांत की मस्जिद में आतंकी हमले के गुनहगार आतंकियों को सेना ने जवाबी कार्रवाई में मार गिराया है। सेना और वायुसेना की संयुक्त कार्रवाई में आतंकियों की पनाहगाहों पर की गई बमबारी में कई आतंकी मारे गए और उनके हथियार व गोला-बारूद नष्ट हो गए। इस बीच शुक्रवार को हुए मस्जिद पर हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 305 तक पहुंच गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर मिस्त्र के राष्ट्रपति आब्देल फतह अल-सीसी से बात करके बर्बर आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के लिए कहा है।
सेना के प्रवक्ता तमर अल-रेफाय के अनुसार आतंकियों के कई ठिकानों पर कार्रवाई करके उन्हें बर्बाद कर दिया गया है। मस्जिद में नमाजियों पर हुए हमले में सौ से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं, इनमें से कई की हालत गंभीर है। मिस्त्र में आतंकियों ने पहली बार नमाजियों पर हमला किया है। इससे पहले वे ईसाइयों और सुरक्षा बलों पर हमला करके हजारों लोगों की जान ले चुके हैं।
मिस्त्र में जुलाई 2013 में मुहम्मद मोर्सी के तख्तापलट के बाद आतंकी हमलों में काफी बढ़ोतरी हुई। मोर्सी के एक साल के शासन के विरोध में जनता सड़कों पर उतर आई थी, तब सेना को आगे आकर सत्ता संभालनी पड़ी थी। मोर्सी को मुस्लिम ब्रदरहुड नाम के चरमपंथी संगठन का समर्थन प्राप्त था। आरोप है कि मोर्सी को सत्ता से हटाए जाने के बाद यही संगठन देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने लगा। लेकिन इस घटना के लिए शक सिनाई में जड़ जमा रहे इस्लामिक स्टेट (आइएस) आतंकियों पर भी जा रहा है। शक है कि सीरिया और इराक में सैन्य बलों की कार्रवाई में भारी नुकसान उठा चुका आइएस अब मिस्त्र में जमीन मजबूत कर रहा है।