बीजिंग,25 नवंबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) अमेरिका के दबाव का ही असर है कि चीन उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू कर रहा है। बीते अक्टूबर महीने में चीन ने उत्तर कोरिया से लौह अयस्क (आयरन ओर), पारा और कोयले का आयात नहीं किया। न ही उसे डीजल, प्राकृतिक गैस और खाद्य पदार्थो का निर्यात किया। चीन उत्तर कोरिया का सबसे बड़ा व्यापार सहयोगी है। उत्तर कोरिया का करीब 90 फीसद व्यापार चीन के साथ होता है। शुक्रवार को सार्वजनिक किए गए व्यापार आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है। उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार और बैलेस्टिक मिसाइल के विकास के विरोध में संयुक्त राष्ट्र ने पांच सितंबर को उस पर कड़े व्यापारिक प्रतिबंध लगाए थे। उनके अनुसार उत्तर कोरिया से कोयला, लौह अयस्क, पारा, पारा अयस्क और सी फूड आयात करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके बाद पहली बार ऐसा हुआ कि चीन ने निकट संबंधों वाले अपने पड़ोसी देश को डीजल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं की है। चाइना नेशनल पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन ने डीजल और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति रोकने का फैसला बीते जून में लिया था।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया की वायु सेनाएं दिसंबर में एक बार फिर से युद्धाभ्यास करेंगी। यह अभ्यास चार दिसंबर से आठ दिसंबर के बीच चलेगा। इस अभ्यास में अमेरिका के छह अत्याधुनिक एफ-22 रेप्टर स्टील्थ लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे।
अमेरिकी वायुसेना के मुताबिक इस अभ्यास में अत्याधुनिक एफ-35 विमान भी हिस्सा ले सकते हैं। इस अभ्यास में अमेरिका के 12,000 वायुसैनिक हिस्सा लेंगे और दोनों देशों के आठ सैन्य ठिकानों से उड़कर 230 लड़ाकू विमान अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। अमेरिका की चर्चित मरीन कॉर्प्स और नौसेना टुकड़ी भी अभ्यास में हिस्सा लेगी।