Haryana

गुरुग्राम में कोरोना के बढ़ते केसों के चलते मास्क व अन्य नियम फिर से किए जा सकते हैं लागू

Sanjay Mehra | April 13, 2022 05:21 PM

गुरुग्राम में कोरोना के बढ़ते केसों के चलते स्वास्थ्य विभाग के टास्क फोर्स की बैठक लेते उपायुक्त निशांत कुमार यादव।

-जिला उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की टास्क फोर्स की बैठक में कही यह बात
-कोरोना के बढ़़ते केसों के बीच अब कोविड टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर
-निजी अस्पताल में बूस्टर डोज को लेकर भी दिशा-निर्देश

संजय कुमार मेहरा
गुरुग्राम। जिले में चंद दिन पूर्व 50 से भी नीचे आ रहे कोरोना के केसों में अचानक बढ़ोतरी से जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। बुधवार को उपायुक्त निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई, जिसमें बूस्टर डोज लगाने के साथ कोविड टेस्टिंग बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ जिला के निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

बैठक में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने जिला में चलाए जा रहे बूस्टर डोज वैक्सीनेशन व कोविड टेस्टिंग अभियान की समीक्षा करने के बाद सभी निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों को निर्देश देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिला में कोविड पॉजिटिव केसों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। ऐसे में कोविड से बचाव के लिए मास्क व अन्य नियमों को फिर से लागू किया जा सकता है। यह तभी संभव है जब हमारे पास जिला की कोविड परिस्थितियों का सही डाटा उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि सभी निजी अस्पताल अपने संस्थान के नजदीक रिहायशी क्षेत्रों में कोविड टेस्टिंग व बूस्टर डोज लगाने के लिए विशेष कैम्प आयोजित करें। इसके साथ साथ अपने अस्पताल में आने वाले लोगों व कार्यरत स्टाफ की भी समय समय पर जांच करते रहे ताकि स्वास्थ्य विभाग को जिला में कोविड प्रभावित केसों की सही जानकारी मिल सके।

50 बेड से अधिक वाले अस्पताल कराएं पंजीकरण
डीसी ने कहा कि जिला के 50 बेड से अधिक क्षमता वाले वे सभी निजी अस्पताल जिन्होंने स्वयं का कोविड वैक्सीनेशन केंद्र के रूप में रजिस्ट्रेशन करवाया है, वे रोस्टर बनाकर जिला में विभिन्न साइट्स पर टैस्टिंग स्टाल लगाना सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि सभी टेस्टिंग स्टॉल्स पर टेस्टिंग किट स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाएंगी। सभी निजी अस्पताल यह भी सुनिश्चित करें कि उनके यहां 18 से 59 वर्ष आयु वर्गकी जो भी सतर्कता डोज लगनी है, वे उन लोगों को टच करते हुए बूस्टर डोज लगवाने के लिए प्रेरित करें। इस दौरान उन्होंने जिलावासियों से भी अपील करते हुए कहा कि जिला में यदि किसी व्यक्ति की बूस्टर डोज ड्यू है, वे उसे समय पर लगवाना सुनिश्चित करें ताकि अभी जिला में कोरोना की जो स्थिति नियंत्रण में है उसे बरकार रखा जा सके।

386 रुपये में लगाई जा रही है बूस्टर डोज
उपायुक्त ने बताया कि जिला के सभी सरकारी टीकाकरण केन्द्रों पर हेल्थ वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स व 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज निशुल्क लगाई जा रही है। वहीं 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए निजी अस्पतालों को अधिकृत किया गया है। उन्होंने बताया कि सरकार ने सभी निजी अस्पतालों में कोवैक्सीन व कोविशिल्ड की बूस्टर डोज के लिए 386 रुपये की राशि निर्धारित की है। इस अवसर पर उप-सिविल सर्जन डॉ एमपी सिंह, उप-सिविल सर्जन डॉ. जयप्रकाश, उप-सिविल सर्जन डॉ. अनुज, डॉ. राम प्रकाश, डॉ. दीपक, डब्ल्यूएचओ से डॉ. बिंदु सहित जिला के प्रमुख अस्पतालों के अधिकारी उपस्थित रहे।

 

 
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