चंडीगढ़। भाजपा अध्यक्ष अरूण सूद ने बताया कि पिछले छह वर्षों के दौरान शहर में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार किया गया है। महिलाओं की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए शहर में सीसीटीवी लगाए गए हैं।सूद ने बताया कि पिछले पांच वर्षों के भीतर चंडीगढ़ में 11 नए सरकारी स्मार्ट स्कूल खोले गए और पांच स्कूल निर्माणाधीन हैं। इन सरकारी स्मार्ट स्कूलों के माध्यम से विद्यार्थियों को आधुनिकतम तकनीक से शिक्षा प्रदान की जा रही है जोकि कोविड महामारी के दौरान विद्यार्थियों को शिक्षा पहुंचाने में उपयोगी रहा। भविष्य में सभी सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने की परियोजना पर काम चल रहा है।
सीसीटीवी लगाकर महिलाओं को दी सुरक्षा
सारंगपुर में एडवांस ट्रामा सेंटर का निर्माण जारी
चंडीगढ़ के सरकारी स्मार्ट स्कूलों को देश के लिए आदर्श उदाहरण बनाने का दावा करते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए नीति आयोग के शिक्षा सूचकांक में देशभर में दिल्ली को पछाड़ते हुए चंडीगढ़ नंबर वन बना है।
पिछले वर्षों के दौरान सेक्टर 22,45 व 48 की सिविल डिस्पेंसरी को सिविल अस्पताल में परिवर्तित किया गया है। मनीमाजरा के सिविल अस्पताल को अपग्रेड किरने तथा सेक्टर 48 में 100 बेड और मलोया गांव में 80 बेड का अस्पताल बनाया गया है। सारंगपुर में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं हेतु पीजीआई का विस्तार करते हुए एडवांस ट्रामा सेंटर का निर्माण किया जा रहा है। शहर में डॉक्टर की संख्या बढ़ाने और बेहतर उपचार के लिए जीएमसीएच सेक्टर 32 में एमबीबीएस की सीटों को 50 से बढ़ाकर 200 किया गया है।
सूद ने कहा कि महिलाओं अथवा नागरिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर में 2200 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए हैं। ये कैमरे चेहरे की पहचान, स्वचालित रजिस्ट्रेशन नंबर रीडिंग आदि की आधुनिक तकनीक से लैस हैं। चंडीगढ़ में सभी मुख्य सडक़ों व निकास स्थलों के इलावा सरकारी एवं निजी विद्यालयों, वाटर वर्क्स भवनों, अस्पतालों, पार्किंग स्थलों, पार्क मार्केट पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
चंडीगढ़ बना नंबर वन सोलर सिटी, एक प्यूरीफायर लगाया दूसरे की तैयारी
भाजपा अध्यक्ष अरूण सूद ने कहा कि पिछले छह वर्षों के प्रयासों के बाद चंडीगढ़ देश का नंबर वन सोलर सिटी बन चुका है।यहां नई बनने वाली इमारतों में पहले से ही सोलर व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि 69 मेगावाट में से 44 मेगावाट का लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। इससे एक साल में 2.5 लाख पेड़ों के बराबर ऑक्सीजन की बचत होती है।छोटा क्षेत्र होने के बावजूूद हमने इसे हासिल किया और फ्रांस में मॉडल सोलर सिटी के रूप में प्रतिनिधित्व किया।
मॉडल सोलर सिटी बनाने के लिए विभिन्न स्थलों (यानी बस स्टैंड सेक्टर 43, बस स्टैंड सेक्टर 17, वाटर वर्क्स सेक्टर 39, सभी पुलिस स्टेशनों, जिला कोर्ट चैम्बर्स, सेक्टर 43, जन शिक्षण संस्थान, सेक्टर 38, गांधी भवन, सेक्टर 16 और जाट भवन, सेक्टर 27 और कई सरकारी आवासों आदि) पर रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाए गए। सुखना झील में तैरता सोलर प्लांट लगाया गया है। जिससे न केवल बिजली का उत्पादन हो रहा है बल्कि पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है।
घरों पर सोलर के लिए 40 तक सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही है।शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए ट्रांसपोर्ट लाइट पर एयर प्यूरीफायर बनाया गया है। जिसका विस्तार करने की योजना पर काम जारी है।इस 24 मीटर ऊँचे टावर के 500 मीटर के दायरे में 3.8 करोड क्यूबिक फीट हवा को प्रदूषण मुक्त किया जा रहा है।वायु प्रदूषण को रोकने के लिए सडक़ों के किनारे 90750 हेज और सजावटी पौधे लगाए गए।