चंडीगढ़, 17 नवंबर। भिवानी जिले के स्वप्रेरित आदर्श गांव सुई में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लगभग 25 करोड़ रूपये के विकास कार्यो का उद्घाटन किया तथा हरियाणा की धरती को शौर्य प्रधान क्षेत्र बताया। उन्होंने भिवानी जिला के स्वप्रेरित गांव सुई में सेठ श्रीकिशन जिंदल द्वारा गोद लेकर किए गए विकास कार्यों स्कूल, झील, 8 पार्क, गलियां, सोलर प्लांट को जनता को समर्पित किया।
इस मौके पर राष्ट्रपति ने अपने संबोाधन में कहा कि हरियाणा की धरती हमेशा इतिहास बनाती आई है।
इसी धरती पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का संदेश दिया था। जो आज तक प्रासंगिग हैं। गीता को पढऩे के बाद उसकी अनुपालना भी की जाती है। हरियाणा एक कर्म और धर्म की भूमि है और इसकी संस्कृति का एक अलग ही इतिहास है। उन्होने कहा हरियाणा वह राज्य है जहां हर परिवार में एक किसान व एक जवान मिल जाता है, ऐसे में हरियाणा राज्य ने जय जवान-जय किसान की संस्कृति को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हरियाणा की बेटियों ने राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम चमकाया है। उन्होंने सुषमा स्वराज, गीता, बबीता फौगाट, विनेश, साक्षी मलिक व कल्पना चावला का जिक्र करते हुए कहा कि हरियाणा की इन बेटियों ने धरती से आकाश तक की ऊंचाईयों को छूने का कार्य किया हैं। बेटियों को आगे बढ़कर हरियाणा राज्य ने रूढ़ीवादिता से ऊपर उठकर बेटियों को प्रोत्साहित करने का काम किया हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि हाल ही में उन्होंने ओलंपिक विजेेता खिलाडिय़ों को पुरस्कृत किया, जिसमें 22 प्रतिशत खिलाड़ी अकेले हरियाणा राज्य से थे। उन्होंने हरियाणा के ओलंपिक मैडलिस्ट नीरज चोपड़ा व कुश्ती खिलाड़ी सज्जन सिंह का भी जिक्र किया। इस मौके पर महामहीम राष्ट्रपति ने हरियाणा सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने 205 स्वप्रेरित गांव बनाने का निर्णय लिया है, जो एक सराहनीय कदम है।
गांव सुई के सेठ श्रीकिशन जिंदल के परिवार का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अपने गांव की मिट्टी से प्रेम करने वाले लोग अपने गांव के विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है, इसका उदाहरण सुई गांव है।
सर छोटूराम ने किसानों के लिए लंबी लड़ाई लड़ी और हक भी दिलवाया। उनकी 24 नवंबर को जयंती है। इसके लिए सभी हरियाणा वासियों को अग्रिम बधाई दे रहा हूं। भिवानी देश का एकमात्र जिला है जहां देश के दो राष्ट्रपति गांव को देखने के लिए आए हैं। इससे पहले 2007 में एपीजे डा. अब्दुल कलाम भिवानी के गांव तिलंगा को देखने पहुंचे थे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत गांव में बसता है। वे अपने पृतक गांव जून महीने में गए थे और गांव की धरती को चूमा था। मैं आज गांव की बदौलत ही मैं राष्ट्रपति पद तक पहुंचा हूं। गांव मेरे हृदय में बसता है। जननी और जन्मभूमि का कर्ज कभी नहीं उतार सकते।
सभागार में संबोधन के बाद राष्ट्रपति बाहर बने हुए दूसरे मंच पर पहुंचे, यहां उन्होंने ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए सूई गांव के ग्रामीणों को न्योता देते हुए कहा कि वे सब राष्ट्रपति भवन देखने के लिए जरूर आएं। कार्यक्रम में देश की प्रथम महिला श्रीमति सविता कोविंद भी मौजूद रही।