चंडीगढ़। पंचकूला के वर्तमान उपायुक्त आईएएस विनय प्रताप सिंह अब चंडीगढ़ के डीसी बन गए हैं। केंद्रीय कैबिनेट की अप्वाइंटमेंट कमेटी ने आईएएस विनय प्रताप सिंह के नाम पर मंजूरी दे दी और उन्हें तीन साल के लिए हरियाणा कैडर से एजीएमयूटी (चंडीगढ़ सेगमेंट) में भेजा है।
विनय प्रताप सिंह उपायुक्त मनदीप सिंह बराड़ की जगह लेंगे। मनदीप सिंह बराड़ हरियाणा में वापसी करेंगे। विनय प्रताप सिंह हरियाणा कैडर के वर्ष 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में पंचकूला में डीसी के पद पर तैनात हैं। चंडीगढ़ में डीसी का पद हरियाणा कैडर के अधिकारी के लिए आरक्षित रहता है, इसलिए हरियाणा सरकार की तरफ से तीन अधिकारियों का एक पैनल भेजा गया था।
इनमें से विनय प्रताप के साथ पंचकूला के पूर्व डीसी मुकुल कुमार का नाम भी शामिल था। मुकुल भी 2011 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। पैनल में तीसरा नाम 2010 बैच के आईएएस अधिकारी प्रभजोत सिंह का है। वरिष्ठता के आधार पर देखा जाए तो प्रभजोत सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं, लेकिन यूटी प्रशासन ने विनय प्रताप सिंह के नाम की केंद्रीय गृह मंत्रालय को सिफारिश की थी।
उनके नाम का चयन कर एमएचए की मंजूरी के लिए भेजा जा चुका है। वहां से भी उनके नाम को मंजूरी मिलना तय माना जा रहा है, लेकिन विनय प्रताप सिंह को चंडीगढ़ डीसी के तौर पर ज्वाइन करने के लिए अभी तीन महीने का इंतजार करना होगा। उनकी ज्वाइनिंग चंडीगढ़ में जनवरी 2022 में होगी।
आईएएस मनदीप सिंह बराड़ का तीन वर्ष का कार्यकाल 31 अक्तूबर को खत्म हो गया था। हालांकि, वह अब तक इस पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। यूटी प्रशासन ने डीसी के तौर पर मनदीप सिंह बराड़ के लिए तीन महीने का सेवा विस्तार मांगा था, जिस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से फैसला लिया जाना था। इसलिए 31 अक्तूबर की शाम को मंत्रालय ने एक आदेश जारी कर कहा था कि जब तक मंत्रालय की ओर से प्रशासन के प्रस्ताव पर फैसला नहीं लिया जाता है, तब तक मनदीप सिंह बराड़ ही चंडीगढ़ में डीसी के तौर पर सेवाएं देंगे