-गांव तैमूरपुर (जेठपुर) में दो दिन से सफाई कार्य युद्ध स्तर पर
कलानौर (रोहतक)। अक्सर घरों में साफ-सफाई का काम त्योहारों पर ही अधिक होता है। खासकर दीवाली के त्योहार पर पूरे घर में रंग-रोगन करवाकर अच्छी तरह से सफाई की जाती है। दीवाली पर घरों में सफाई से पहले रोहतक जिला के खंड कलानौर के गांव तैमूरपुर (जेठपुर) के बच्चों, युवाओं ने मिलकर गांव की सफाई करने का बीड़ा उठाया है, ताकि घर से पहले उनका गांव स्वच्छ नजर आए।
समाजसेवा से जुड़े गांव के राजेश भट्ठी के नेतृत्व में गांव के अनेक बच्चे पिछले दो दिनों से गांव की आंगनबाड़ी, स्कूल, पार्क व अन्य स्थलों की सफाई करने में जुटे हैं। कस्सी, झाड़ू व अन्य चीजों के माध्यम से गांव की सफाई की गई है। गांव में स्वच्छता और पर्यावरण को महत्व देने के लिए समय-समय पर सफाई और पौधारोपण अभियान भी चलाए जाते हैं।
गांव के सरपंच विनोद कुमार मेहरा का कहना है कि भावी पीढिय़ों को इन दोनों विषयों पर अभी से जागरुक करके इसके प्रति गंभीर बनाना बहुत जरूरी है। गांव में युवाओं, बच्चों द्वारा स्वच्छता पर शुरू किया गया यह अभियान सभी के लिए प्रेरणादायी है।उन्होंने कहा कि गांव बेशक छोटा हो, लेकिन यहां की सोच बड़ी है। बीमारियों से दूर रहने के लिए सफाई और स्वच्छ पर्यावरण जरूरी हैं। सरपंच विनोद कुमार कहते हैं कि कोरोना महामारी ने जीवन के तौर-तरीके बदले हैं। कोरोना ने हमें अपनी सेहत के प्रति सजग रहना सिखाया है। उन्होंने गांव के बच्चों, युवाओं के इस कार्य के लिए शुभकामनाएं और धन्यवाद भी दिया है। साथ ही भविष्य में ऐसे ही गांव के प्रति सकारात्मक सोच रखने का आह्वान किया।
राजेश भट्ठी के अनुसार गांव की सफाई करके ग्रामीणों की सेहत सही रखी जा सकती है। बहुत सी बीमारियों का कारण गंदगी ही होती है। गंदगी पर बैठने वाली मक्खियां हमारे खाने तक पहुंच जाती हैं। शुद्ध हवा, वातावरण से हमारा जीवन भी शुद्ध बने, यही हम सबका ध्येय है।