चंडीगढ़, 2 अक्तूबर। हरियाणा पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के लिए हुई परीक्षा भी विवादों में घेरे में आ गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यह पेपर भी लीक होने का दावा किया है। गुरुग्राम व फरीदाबाद के चार सेंटर में पेपर बदलने को उन्होंने इसका आधार बनाया है।
शनिवार को चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रैंस में रणदीप ने वह तीनों प्रश्न-पत्र सार्वजनिक किए जो अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों को दिए गए। रेवाड़ी के एक सेंटर में तो उन्होंने तीनों ही पेपर परीक्षार्थियों को देने का दावा किया है। इसी तरह से गुरुग्राम के कुछ केंद्रों में पहले एक नंबर का पेपर खोला गया और इसके बाद दूसरे नंबर का पेपर देकर परीक्षार्थियों को इसके लिए अतिरिक्त समय दिया गया।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के दो सिटिंग जजों की अध्यक्षता में इसकी जांच करवाने की मांग करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग बेशक यह स्वीकार न करे कि पेपर लीक हुआ है,लेकिन पूरे घटनाक्रम से साबित हो रहा है कि पुलिस कांस्टेबल की तरह अब सब-इंस्पेक्टर भर्ती का पेपर भी लीक हुआ है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को ‘हरियाणा भर्ती सेल काउंटर’ नाम देते हुए सुरजेवाला ने कहा कि गठबंधन सरकार पेपर लीक माफिया को संरक्षण दे रही है।
प्रदेश में पेपर लीक माफिया सक्रिय है और इसके सरगना को सरकारी संरक्षण प्राप्त है। सब-इंस्पेक्टर के 400 पदों के लिए कुल 1 लाख 58 हजार 260 युवाओं ने आवेदन किया था। 26 सितंबर को 1 लाख 7 हजार के लगभग युवाओं ने लिखित परीक्षा दी। उनका कहना है कि राज्य के अधिकांश परीक्षा केंद्रों पर पहले नंबर वाला पेपर खोला गया। गुरुग्राम के तीन सेंटरो में पहले पेपर का समय पूरा होने के बाद परीक्षार्थियों को वहीं रोका गया और उन्हें दूसरे नंबर का पेपर देकर उसे भी सॉलव करवाया गया।
रेवाड़ी के सैनी सीनियर सैकेंडरी स्कूल में एक-एक करके तीनों ही प्रश्न-पत्र खोले गए। रणदीप ने कहा कि कभी भी अलग-अलग पेपर नहीं होते। पहले की बजाय दूसरा और तीसरा पेपर तभी खोला जाता है, जब पहले वाले लीक हो जाते हैं। यह बात खुद आयोग भी मानता है कि सरकार ने पेपर के तीन सैट इसीलिए तैयार करवाए ताकि लीक होने की स्थिति में तुरंत दूसरा पेपर परीक्षार्थियों को दिया जा सके।