डेराबस्सी। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव निकट आ रहे हैं वैसे-वैसे नए-नए राजनीतिक समीकरण बन रहे हैं। डेराबस्सी इलाके में कई वर्षों तक कांग्रेस से जुड़े रहे नेताओं ने पार्टी हाईकमान से मांग की है कि चार बार चुनाव हारने वाले नेता को इस बार टिकट न दी जाए। अगर उन्हें टिकट दी जाती है तो पार्टी को फिर से हार का सामना करना पड़ेगा।
डेराबस्सी ब्लाक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बहादुर सिंह झरमड़ी, पूर्व जिला उपाध्यक्ष गुरमीत सिंह गिरी समेत कई कांग्रेसी नेताओं की आज हुई बैठक में कहा गया कि दीपइंदर सिंह ढिल्लों लगातार चुनाव हारते रहे हैं। उन्होंने पार्टी से बागी होकर आजाद भी चुनाव लड़ा और पार्टी छोडक़र अकाली दल में शामिल होकर भी चुनाव लड़ा। कहीं से भी जनता ने उन्हें स्वीकार नहीं किया।
कांग्रेस के पूर्व पदाधिकारियों ने कहा कि चार बार चुनाव हारने के बावजूद ढिल्लों फिर से इस हलके से अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। जबकि इस चुनाव से पहले कांग्रेस हाईकमान तथा दीपइंदर सिंह ढिल्लों को आत्मचिंतन करने की जरूरत है।
जनता द्वारा बार-बार एक ही नेता को खारिज किए जाने के बाद यह साफ है कि इस बार अगर उन्हें टिकट दी जाती है तो कांग्रेस को फिर से इस इलाके में हार का सामना करना पड़ेगा और विपक्षी दल को जीत मिलेगी।
कांग्रेसियों ने पार्टी हाईकमान से अपील की कि वह किसी नए चेहरे को इस इलाके से उतारे। कांग्रेस के हलका इंचार्ज पर कई तरह के गंभीर आरोप हैं जिनका जवाब जनता वोट के माध्यम से दे सकती है। ऐसे में कांग्रेस को पांचवीं बार कोई जोखिम मोल नहीं लेना चाहिए।