चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा देने की पर्याप्त संभावनाएं हैं। अभी तक प्रदेश की जीडीपी में टूरिज्म का हिस्सा बहुत कम यानी मात्र 0.3 प्रतिशत है। इसे बढ़ाने के लिए हरियाणा सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। पर्यटन विभाग के कुछ प्राइम लोकेशन को घाटे से उभारने के लिए पीपीपी मोड पर काम करने की भी संभावना है।
आज पंचकूला के मोरनी में पत्रकारों से बातचीत में मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में जल भराव की समस्या के समाधान के लिए जल्द ही वाटर पुलिंग पॉलिसी लाई जाएगी। इसके तहत जिन क्षेत्रों में जलभराव की समस्या है वहां पर लेक का निर्माण किया जाएगा, ताकि भूमि सुधार के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रेणुका-किशाऊ डैम का कार्य पूर्ण होने में अभी समय लगेगा। इस डैम के बनने से हरियाणा को बहुत अधिक लाभ मिलने वाला है। अभी उत्तराखंड और हिमाचल के बीच पावर जैनरेशन की हिस्सेदारी को लेकर कुछ विवाद है, जो उन प्रांतों ने सुलझाना है। इससे हरियाणा को 40.7 प्रतिशत पानी मिलेगा। इस डैम के पूरा होने से हरियाणा को पानी व बिजली के क्षेत्र में लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कई अन्य स्थानों पर वाटर स्पोर्टस गतिविधियां शुरू करने की योजना है। कुरुक्षेत्र का ब्रह्मसरोवर, करनाल की कर्ण लेक, दमदमा लेक,रोहतक में तिलियार लेक आदि में भी वाटर स्पोर्टस गतिविधियां शुरू की जा सकती हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित अग्रवाल, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एमडी सिन्हा एवं अधिकारी मौजूद रहे।