Haryana
हरियाणा में भारत बंद को मिला जुला असर
September 27, 2021 09:42 PM
चंडीगढ़, 27 सितम्बर। कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर किए गए भारत बंद को प्रदेश में मिला जुला समर्थन मिला है। बंद के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना का समाचार नहीं है। एनसीआर के कुछ जिलों में जहां बंद का कोई खास असर नहीं दिखा वहीं मध्य हरियाणा के जिलों में बंद के दौरान आम जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित रहा।
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को भारत बंद का आहवान किया गया था। जिसके चलते आज सुबह छह बजे से ही आंदोलनकारी सडक़ों पर थे और लोग घरों में बंद थे। प्रदेश में सुबह 11 बजे तक लगभग सभी जिलों में पूर्ण बंद का समाचार है। आंदोलनकारियों ने आपाकालीन सेवाओं को छोडक़र किसी भी वाहन को आगे नहीं बढऩे दिया।
बस अड्डों से हरियाणा, उत्तराखंड तथा राजस्थान के लिए निकली यात्रियों से भरी बसें दिन भर सडक़ों पर ही खड़ी रही। हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा आपात स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक रास्तों का प्रबंध करने का दावा किया गया था लेकिन सडक़ों पर बैठे आंदोलनकारियों ने किसी को आगे नहीं बढऩे दिया।
अंबाला, कुरूक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर तथा कैथल जिलों में बंद का व्यापक असर देखने को मिला। अंबाला में जहां पांच रेलगाडिय़ों को पूर्णतय रद्द कर दिया गया वहीं आठ रेलगाडिय़ां अपने निर्धारित समय से आठ से नौ घंटे देरी से चली। यमुनानगर में तो किसान रेल की पटरियों पर लेट गए जिससे रेलगाडिय़ों को बीच रास्ते में ही रोकना पड़ गया।
ऐसा ही घटनाक्रम सोनीपत में भी रहा। सोनीपत में भी किसानों ने मालगाड़ी को बीच रास्ते में रोक दिया। रेलवे के अधिकारी किसी अप्रिय घटना का हवाला देकर किसानों को गाड़ी यार्ड तक पहुंचाने के लिए मना रहे थे लेकिन किसान नहीं माने। जिसके चलते दिल्ली से चली यात्री गाडिय़ों को इमरजेंसी का हवाला देकर बीच में ही रोक दिया गया।
हरियाणा के हिसार, सिरसा, फतेहबाद तथा भिवानी आदि जिलों में भी बंद का व्यापक असर देखने को मिला। जहां किसानों के समर्थन में आए बार एसोसिएशन पदाधिकारियों, व्यापारियों ने भी बंद में भाग लिया। एनसीआर के जिले गुरुग्राम, पलवल तथा फरीदाबाद में बंद का ज्यादा असर नहीं था। यहां सामान्य की भांति दुकानें खुली रही और लोगों का सडक़ों पर आवागमन जारी रहा।