चंडीगढ़, 9 सितम्बर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि विश्वविद्यालय केवल डिग्री देने तक के संस्थान न बनें बल्कि वे प्लेसमेंट तक की चिंता करें। गुणवत्तापरक शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को संस्कारयुक्त शिक्षा दें ताकि विद्यार्थियों में राष्ट्रप्रेम की भावना प्रगाढ़ हो। मुख्यमंत्री ने यह बात गुरुवार को चंडीगढ़ स्थित हरियाणा राजभवन में आयोजित प्रदेशभर के निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं कुलसचिवों की एक दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कही। कार्यशाला की अध्यक्षता हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने की। इस दौरान हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल और हरियाणा उच्च शिक्षा परिषद के चेयरमैन प्रोफेसर बीके कुठियाला भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार के लिए अनेक कदम उठा रही है। शिक्षकों की ऑनलाइन तबादला नीति भी गुणवत्ता सुधार की दिशा में बड़ा कदम है। इस नीति से शिक्षकों को बहुत अधिक लाभ मिला है।
इसके अलावा भी हरियाणा सरकार अनेक योजनाओं पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सुपर 100 कार्यक्रम एक बेहतरीन कार्यक्रम सिद्ध हो रहा है। शुरूआत में दो स्थानों पर शुरू किए गए इस कार्यक्रम से गरीब परिवारों के 72 विद्यार्थियों का मेडिकल व 23 विद्यार्थियों का आईआईटी में दाखिला हुआ है। अब इसे विस्तार देते हुए 4 स्थानों पर सुपर 100 कार्यक्रम शुरू करने का फैसला लिया गया है। हमें उम्मीद है कि इसके बेहतरीन परिणाम आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। हमारा उद्देश्य हर जिले में विश्वविद्यालय स्थापित करना है ताकि विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए दूर न जाना पड़े।