चंडीगढ़। हरियाणा की जेलों में बहुत जल्द बंदी मिठाई तैयार करते नजर आएंगे। इसे लेकर सरकार एक योजना के तहत काम कर रही है। जेलों में बनने वाली मिठाई आम लोगों के लिए भी उपलब्ध होगी। इस काम को बिना किसी लाभ-हानि के किया जाएगा। जेलों में बंद कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया जा रहा है। बंदियों की जिस काम में दिलचस्पी है उन्हें वही काम दिया जा रहा है।
जेलों में आर्ट एंड क्राफ्ट, फर्नीचर, आर्गेनिक खेती सहित अन्य कामकाज हो रहे हैं। हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत चौटाला के अनुसार जेलों में तैयार होने वाली मिठाई में किसी तरह की मिलावट नहीं होगी। इस योजना को जल्द लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जेलों का नाम बदलने के लिए गठित कमेटी ने स्टडी कर लिया है। बहुत जल्द जेलों में नाम बदले जाएंगे। कारागार शब्द अंग्रेजों के जमान से रखा गया है। इसे सुधार गृह या अन्य इस तरह के नाम रखे जाएंगे।
उन्होंने बताया कि जेलों की अवधारणा इंग्लैंड से शुरू हुई। भारत में कर्नाटक, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु की जेलें बहुत बढिय़ा हैं। हरियाणा के अधिकारी इन राज्यों की जेलों का दौरा कर चुके हैं। बहुत जल्द जेलों के मॉडल में बदलाव किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल से जेलों में बदलाव की योजना को लेकर बातचीत हो चुकी है।