चंडीगढ़, 2 सितंबर। यात्रियों को उच्च गुणवत्ता युक्त पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को फाइव-स्टार ‘ईट राईट स्टेशन’ का प्रमाण पत्र दिया गया। खाद्य भंडारण और स्वच्छता नियमों के मानक का पालन करने वाले रेलवे स्टेशनों को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा यह प्रमाणीकरण प्रदान किया जाता है। यह उपलब्धि भारतीय रेलवे स्टेशन विकास निगम द्वारा किए जा रहे ठोस सुविधा प्रबंधन (फैसिलिटी मैनेजमेंट) का प्रमाण है।
यात्रियों को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन प्रदान करने में मानक स्थापित करने वाले रेलवे स्टेशनों को एफएसएसआई द्वारा 'ईट राईट स्टेशन' प्रमाणन प्रदान किया जाता है। पैनलबद्ध थर्ड पार्टी ऑडिट एजेंसी द्वारा दिये गए एक से फाइव रेटिंग के निष्कर्ष के आधार पर स्टेशन को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। फाइव-स्टार रेटिंग यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने के लिए स्टेशनों द्वारा अनुकरणीय प्रयासों को इंगित करती है।
आईआरएसडीसी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.के.लोहिया ने कहा कि आईआरएसडीसी में ग्राहकों को अपनी सेवाओं के केंद्र में रखते हैं। यह प्रमाणन यात्रियों को बेस्ट-इन-क्लास सेवा प्रदान करने के लिए आईआरएसडीसी के निरंतर और सहयोगात्मक दृष्टिकोण का प्रमाण है।
ईट राईट इंडिया अभियान के माध्यम से सभी भारतीयों के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और टिकाऊ भोजन सुनिश्चित करने के लिए देश की खाद्य प्रणाली को बदलने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किया है। प्रमाणीकरण 'ईट राईट इंडिया' मूवमेंट का एक हिस्सा है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हमारा भोजन लोगों और ग्रह दोनों के लिए अच्छा है, ईट राईट इंडिया कार्यक्रम में विनियामक सुधार, क्षमता निर्माण, सहयोग और सशक्तिकरण के दृष्टिकोण का विवेकपूर्ण सामंजस्य को अपनाया गया है।
आईआरएसडीसी, पीपीपी परियोजनाओं के एक हिस्से के रूप में प्राइवेट प्लेयर्स की भागीदारी के साथ भारत सरकार द्वारा परिकल्पित स्टेशन पुनर्विकास के एजेंडे को भी चला रहा है। इस एजेंडे के तहत 125 स्टेशनों के पुनर्विकास पर काम जारी है। इसमें से आईआरएसडीसी 63 स्टेशनों पर काम कर रहा है और आरएलडीए 60 स्टेशनों पर और बाकी दो स्टेशनों पर रेलवे ही काम कर रहा है।