चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से अपनी ही सरकार को ड्रग्स के मुद्दे पर घेर लिया है। सिद्धू ने करीब साढे चार साल पहले आई एसटीएफ की रिपोर्ट पर अमरिंदर सरकार को घेर लिया है। यह रिपोर्ट आजतक सार्वजनिक नहीं हुई है। पंजाब में वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ड्रग्स तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने का ऐलान किया था।
सत्ता में आने के तुरंत बाद अमरिंदर सिंह एसटीएफ का गठन किया था। एसटीएफ ने अपनी सीलबंद रिपोर्ट पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में दी थी। कहा जाता है कि इस रिपोर्ट में एसटीएफ ने दावा किया था कि ड्रग तस्करी के 13 बड़े आरोपी विदेशों में बैठे हुए हैं। इन आरोपियों को पूर्व अकाली सरकार के समय बिक्रमजीत मजीठिया का संरक्षण रहा है। सिद्धू इसी को आधार बनाकर अकाली दल को घेर रहे हैं। अब उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी सरकार को घेर लिया है।
नशा तस्करी के मुद्दे पर हाईकोर्ट में दो सितंबर को सुनवाई होनी है। उससे पहले ही आज सिद्धू ने एक पत्र जारी करके सरकार से पूछा कि करीब साढे चार साल का समय बीतने के बाद भी सरकार ने हाईकोर्ट में दाखिल सीलबंद रिपोर्ट को खुलवाने के लिए क्या प्रयास किया है। इस रिपोर्ट में जिन लोगों के नाम प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से लिए गए थे उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। सिद्धू ने कहा कि जो लोग पंजाब के युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने के बाद विदेश चले गए हैं उन्हें वापस लेकर आने के बाद पंजाब ने केंद्र के साथ कितनी बार बातचीत की है। पंजाब की जनता नशा तस्करी के मुद्दे पर की गई कार्रवाई के बारे में जानना चाहती है।