चंडीगढ़। नवजात बच्चों, बालिकाओं, किशोरी, महिलाओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं सामाजिक स्तर में वृद्धि के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दो दिन तक चिंतन-मनन करके देश में अपनी योजनाओं को प्रभावी तरीके से क्रियान्वित करेगा। इसमें भागीदारी के हरियाणा से महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री भी गुजरात पहुंच गई हैं।
गुजरात के केवडिया में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए 30-31 सितंबर को राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इसमें हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा शिरकत करने के लिए पहुंची। गुजरात के महिला एवं बाल विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री गणपत सिंह वसावा एवं राज्यमंत्री विभावारी बेन दावे ने पुष्प गुच्छ एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल का स्मृति चिन्ह देकर राज्यमंत्री कमलेश ढांडा का स्वागत किया। इसके साथ ही हरियाणा एवं गुजरात मे विभाग की विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा भी की गई।
मंत्री कमलेश ढांडा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि नवजात से लेकर महिलाओं में कुपोषण के कारण होने वाली हानि को रोकने तथा उनके पोषण स्तर को मजबूत बनाने के लिए पोषण मिशन को प्रभावी तरीके क्रियान्वित किया जाए, इसपर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की अगुवाई में चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा से लेकर उनके सशक्तिकरण एवं बाल संरक्षण को लेकर चलाई जा रही योजनाओं पर राष्ट्रीय सम्मेलन में चर्चा होगी। सम्मेलन में हरियाणा द्वारा विभिन्न योजनाओं के लिए उठाए गए प्रभावी कदम और भविष्य के अनुरूप उठाए जाने वाले कदमों पर सुझाव रखे जाएंगे, ताकि आधी आबादी के लिए बेहतर योजनाओं पर काम किया जाए।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से केंद्रीय मंत्रालय एवं राज्यों के मध्य न केवल समन्वय बेहतर होगा, अपितु लिंगानुपात की खाई को पाटने से लेकर सामाजिक स्तर पर सुधार लाने के लिए भी अनुकूल वातावरण बनेगा।