चंडीगढ़। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ऐलान किया है कि प्रदेश के ग्रामीण अंचल में रहने वाले लोगों को अब राशन डिपुओं पर ही बैंकिंग सुविधा मिलेगी। यही नहीं राशन डिपो अब सामान्य दुकानों की तरह खुले रहेंगे और वह सरकार द्वारा तय किए गए राशन के अलावा अन्य सामान भी मिलेगा।
रविवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में इस योजना का ऐलान करते हुए डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आठ सप्ताह पहले पायलट प्रोजैक्ट के रूप में करनाल, सिरसा, फतेहाबाद, पंचकूला, यमुनानगर समेत पांच जिलों में चार मल्टीनेशनल कंपनियों तथा एसबीआई के साथ मिलकर राशन डिपो को अपग्रेड करके सामान्य जरूरतों की आपूर्ति करने वाली दुकान बनाया था।
इस योजना में पांच जिलों की 63 दुकानों को शामिल किया गया था। उन्होंने बताया कि इन दुकानों में चले अस्थाई बैंकों में जुलाई माह के दौरान 24 लाख 40 हजार तथा अगस्त माह के दौरान आजतक 27 लाख 60 हजार रुपये की ट्रांजेक्शन हुई है। जिससे लोगों के समय की बचत हुई है और उन्हें घर बैठे ही बैंकिंग सुविधा मिली है।
इसके अलावा इन दुकानों को शुरू करते समय सात लाख चार हजार रुपये की खरीद की गई थी। जिसमें से दो लाख 29 हजार रुपये की सेल हो चुकी है। दुष्यंत ने कहा कि ग्रामीण अंचल के लोगों ने इस योजना को पूरी तरह से स्वीकार कर लिया है। जिसके चलते अब प्रदेश के पांच सौ राशन डिपुओं को बैंकिंग सुविधा से लैस किया जाएगा। इसके अलावा फेयर प्राइस शॉप के तहत प्रदेश के सभी 22 जिलों को कवर किया जाएगा।
सरसों के तेल की बजाए खातों में डाले 35 करोड़
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि इस बार सरसों की सरकारी खरीद नहीं होने के कारण राशन डिपो पर मिलने वाला तेल नहीं दिया गया था। जिसके चलते सरकार ने प्रति राशन कार्ड दो लीटर सरसों तेल की बजाए ढाई सौ रुपये प्रति परिवार देने का फैसला किया है।
उन्होंने बताया कि सात लाख बीस हजार कार्ड धारकों को 17.95 करोड़ की अदायगी की जा चुकी है। अगस्त माह की मिलाकर यह राशि 35 करोड़ से अधिक बनती है। दुष्यंत ने बताया कि जिन परिवारों को सरसों तेल की बजाए धनराशि दी जानी है उनकी संख्या 11 लाख 40 हजार है। चार लाख परिवारों के बैंक खाते अभी अपडेट नहीं हुए हैं। जिसके चलते उनके खातों में यह राशि नहीं जा सकी है।