चंडीगढ़। चंडीगढ़ कांग्रेस के निवर्तमान प्रधान ने पार्टी को अलविदा करते हुए आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। छाबड़ा पिछले 35 साल से कांग्रेस में थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल से नाराजगी के चलते वह दिल्ली में आप सुप्रीमों अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में कांग्रेस छोडक़र आप में शामिल होने का ऐलान किया। कांग्रेस हाईकमान द्वारा सुभाष चावला को चंडीगढ़ कांग्रेस की कमान सौंपे जाने के बाद ही छाबड़ा नाराज चल रहे थे। छाबड़ा पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमारी बंसल के विरोधियों में थे।
वह नगर निगम मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर भी रह चुके हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद छाबड़ा ने बंसल के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। चंडीगढ़ प्रभारी हरीश रावत छाबड़ा को पार्टी में रहने के लिए कई बार मनाया लेकिन वह अपनी बात पर अड़े रहे। सुभाष चावला और प्रदीप छाबड़ा के बीच इन दिनों 36 का आंकड़ा था।
पिछले सप्ताह प्रदीप छाबड़ा ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। पार्टी हाईकमान ने उनके इस्तीफे को मंजूर नहीं किया था। पार्टी प्रभारी हरीश रावत ने प्रदीप छाबड़ा से फोन पर भी बात की थी। रावत ने छाबड़ा को इस्तीफा वापस लेने के लिए कहा था। इस उठापटक के बीच प्रदीप छाबड़ा चंडीगढ़ नगर निगम प्रभारी चंद्रमुखी शर्मा के प्रयासों से दिल्ली में जाकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। चंद्रमुखी शर्मा भी इससे पहले कांग्रेस के नेता थे, लेकिन वह भी तीन साल पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल से नाराज होकर आप में आए थे।