चंडीगढ़, 27 जुलाई। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को फसल खरीद के दौरान किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री बीती रात दिल्ली रवाना होने से पहले चंडीगढ़ में खरीफ सीजन 2021-22 की योजना के संबंध में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी उपस्थित रहे।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि धान के सीजन को ध्यान में रखते हुए 198 मंडियां, मूंग के लिए 23, मक्का के लिए 19 और मूंगफली के लिए सात मंडियां हैं।
खरीफ सीजन 2020-21 के दौरान 56.54 लाख मीट्रिक टन धान, 1099.65 मीट्रिक टन मूंग, 4016.55 मीट्रिक टन मक्का और 650.36 मीट्रिक टन मूंगफली की खरीद की गई है। खरीफ सीजन 2021-2022 से केंद्रीय पूल खरीद के लिए भारत सरकार के मानकों को सफलतापूर्वक लागू किया गया है
खरीफ सीजन 2021-2022 से केंद्रीय पूल खरीद के लिए राज्यों द्वारा कुछ मापदंडों का पालन किया जाना है और हरियाणा द्वारा लगभग सभी मापदंडों का अनुपालन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि खरीफ सीजन 2021-22 के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल (एमएफएमबी) पर किसानों का पंजीकरण 10 जून से शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा, खाता सत्यापन प्रक्रिया को पंजीकरण प्रक्रिया के साथ ही किया जा रहा है। पोर्टल पर आज तक तीन लाख 98 हजार 608 किसानों ने पंजीकरण कराया है।
खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नैफेड) को 16000 नई जूट की बेलों की आपूर्ति का ऑर्डर दिया है। इसके अलावा जूट की बेलों की अतिरिक्त आपूर्ति हेतु राज्य खरीद एजेंसियों के लिए ओपन टेंडर के माध्यम से 50,000 बेल खरीदी जा रही हैं।
बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी.उमाशंकर, मुख्यमंत्री की उप प्रधान सचिव श्रीमती आशिमा बराड़, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के महानिदेशक हरदीप सिंह, हैफेड के प्रबंध निदेशक डी.के.बेहरा, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के निदेशक चंद्रशेखर खरे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।