चंडीगढ़, 12 जून। हरियाणा बाल कल्याण परिषद के मानद सचिव प्रवीण अत्री ने कहा है कि बाल मजदूरी एक अभिशाप है जो बच्चों से उनका बचपन हरण कर रहा है। प्रवीण अत्री शनिवार को ओस्का और हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित एक वेबीनार को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम दिवस का आयोजन तभी सफल होगा जब हम अपने आसपास के क्षेत्रों में होने वाली बाल मजदूरी को रोकने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत में बाल मजदूरी का सबसे ज्यादा अनुपात उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश से है। अत्री ने कहा कि किसी भी बुराई का प्रारंभ सामाजिक चेतना के अभाव में होता है। इसलिए सबसे पहले हमारा संयुक्त दायित्व है कि हम समाज में जागरूकता को स्थापित करें और इसके लिए प्रत्येक बच्चे को शिक्षित करना अनिवार्य है। इसलिए केवल सैद्धांतिक स्तर पर बाल मजदूरी को दूर नहीं किया जा सकता बल्कि इसे दूर करने के लिए व्यवहारिकता की आवश्यकता है। वेबीनार के मुख्य संरक्षक डॉ.धर्मपाल, सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू, करनाल ने कहा कि बाल मजदूरी के विरूद्ध जागरूकता फैलाना समय की मांग है। इस मामले में सामाजिक संगठन अपनी बेहतर भूमिका निभा सकते हैं।
कार्यक्रम में करनाल जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष उमेश चानना, संयोजक डॉ.राकेश कुमार, संयोजक सचिव डाॅ.प्रवेश कुमार, डॉ गुरचरण, डॉ अश्वनी, ओस्का के संरक्षक डॉ चंद्रपाल पुनिया तथा ओस्का के अध्यक्ष राजपाल सिंह समेत कई गणमान्यों ने अपने विचार व्यक्त किए।