चंडीगढ़, 26 मई। हरियाणा पुलिस ने साइबर जालसाजों द्वारा परिवहन सेवा की फर्जी वेबसाइट बनाने और इस पर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के इच्छुक लोगों को ठगने की कोशिश के आरोप में नई दिल्ली निवासी युवक को गिरफ्तार किया है।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि परिवहन सेवा की फर्जी वेबसाइट से ठगी का यह मामला हिसार निवासी द्वारा दी गई शिकायत के बाद समाने आया। ठगी के शिकार व्यक्ति ने एक साइट के माध्यम से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन व शुल्क का भुगतान किया था। जब उसे अपने साथ साइबर धोखाधड़ी का पता चला तो इसकी शिकायत दर्ज करवाई।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसने इंटरनेट पर उपलब्ध परिवहन सेवा वेबसाइट पर जाकर ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। उसने यह सोचकर फीस जमा करवाई कि ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने व नवीनीकरण के लिए आवेदन करने और निर्धारित शुल्क का भुगतान करने के लिए परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट है। पीडि़त द्वारा फर्जी वेबसाइट पर फार्म भरते हुए 1593 रुपये का भुगतान किया गया।
शिकायत मिलने पर, साइबर क्राइम की टीम ने जांच शुरू की और तकनीकी जांच में अपराध में शामिल एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान कपिल कुमार निवासी भजनपुरा, गढ़ी मांडू, नई दिल्ली के रूप में हुई है। जांच के दौरान यह पाया गया कि गिरफ्तार आरोपी ने ऑनलाइन सेवाओं के बहाने लोगों को ठगने के लिए परिवहन विभाग के अलावा पासपोर्ट विभाग सहित कुछ अन्य संस्थानों जैसे विभागों के नाम से फर्जी वेबसाइट तैयार करवाई हुई हैं। यह आशंका भी जताई जा रही है कि इस तरह अन्य आवेदकों के साथ ठगी की जा चुकी होगी।
आरोपी पर भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को संदेह है कि गिरफ्तार व्यक्ति ने फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से कई भोले-भाले लोगों को ठगा है और कई अन्य ऑनलाइन धोखाधड़ी में शामिल हो सकते हैं। पुलिस की एसआईटी मामले की जांच कर रही है।