चंडीगढ़। कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) एक्ट में संशोधन को लेकर हरियाणा विधानसभा द्वारा गठित कमेटी से कांग्रेस के बाहर होने के बाद अब भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार अपने स्तर पर एक्ट में संशोधन की तैयारी कर दी है। विधानसभा सचिवालय ने नई कमेटी की गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। अब कृषि मंत्री जेपी दलाल इस कमेटी का नेतृत्व करेंगे। हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के दौरान सीएम ने सदन की कमेटी बनाने का ऐलान किया था। विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने 13 मार्च को कमेटी का गठन कर दिया था।
अब कांग्रेस का कोई भी विधायक नहीं होगा सदस्य
कृषि मंत्री करेंगे कमेटी का नेतृत्व
कमेटी में किरण व बतरा के अलावा नांगल-चौधरी से भाजपा विधायक डॉ़ अभय सिंह यादव, गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला व नारनौंद से जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम को कमेटी में शामिल किया था। कमेटी को यह अख्तियार दिया गया था कि वह हरियाणा कृषि उपज बाजार अधिनियम-1961 की धारा-42 और धारा-8ए की उपधारा-7 में संशोधन या वापिस लेने को लेकर अपने सुझाव और सिफारिशें करेगी। कमेटी की अभी तक एक भी बैठक नहीं हुई और कांग्रेस के दोनों विधायकों ने इससे इस्तीफा भी दे दिया। जिसके चलते यह मामला अधर में लटक गया।
अब विधानसभा सचिव आरके नांदल ने कमेटी में बदलाव करते हुए हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल तथा यमुनानगर के विधायक घनश्याम सर्राफ को इसमें शामिल कर दिया है। ऐसे में एपीएमसी एक्ट संशोधन कमेटी में भाजपा के चार व जजपा का एक विधायक रह गया है। हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता के अनुसार कांग्रेस विधायकों की मांग पर ही विधानसभा की कमेटी का गठन किया था। अब दोनों विधायक किरण चौधरी व बीबी बतरा का इस्तीफा मंजूर हो चुका है। विधानसभा द्वारा नई कमेटी का गठन कर दिया गया है। अब नई कमेटी अपनी रिपोर्ट विधानसभा के अगले सत्र में देगी।