चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सुरक्षा में सेंध लगाकर घेराव करने के मामले में कार्रवाई करते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने मंगलवार को पंजाब के नौ अकाली विधायकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में अकाली विधायक एवं पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया समेत नौ लोगों को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस पार्टी द्वारा सरकार के खिलाफ कृषि कानूनों के मुद्दे पर अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। जिस पर 10 मार्च को सदन में चर्चा हुई और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विश्वास मत हासिल कर लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल जैसे ही सदन के बाहर निकले तो वहां थोड़ी दूरी पर खड़े अकाली विधायक बिक्रमजीत सिंह मजीठिया व एनके शर्मा सहित कई विधायकों ने मुख्यमंत्री का घेराव करते हुए नारेबाजी की।
हरियाणा के सीएम का किया था घेराव
विधानसभा अधिकारियों की शिकायत पर हुई कार्रवाई
हरियाणा विधानसभा के मार्शल, डिप्टी मार्शल व विधानसभा के वॉच एंड वार्डन ऑफिसर द्वारा दी गई शिकायत में पंजाब के नौ अकाली विधायकों सहित 17 लोगों आरोपी बनाया गया है। इस शिकायत के साथ चंडीगढ़ पुलिस को सीसीटीवी की फुटेज भी दी गई। चंडीगढ़ पुलिस ने यह मामला कानूनी राय के लिए भी भेजा। हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ने इस पूरे मामले की जांच डीजीपी मनोज यादव को सौंपते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस बीच विधानसभा सिक्योरिटी विंग के अधिकारियों द्वारा चंडीगढ़ पुलिस को एक शिकायत दी गई थी। इस मामले में आज कार्रवाई करते हुए चंडीगढ़ के सैक्टर-तीन की पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 186/323/341 तथा 511 के तहत कार्रवाई करते हुए पंजाब के अकाली विधायक शरनजीत ढिल्लों, बिक्रमजीत सिंह मजीठिया, बलदेव सिंह खैहरा, सुखविंदर कुमार, हरिंदर पाल सिंह चंदूमाजरा, कंवलजीत सिंह बरकंदी, मनप्रीत सिंह ईयाली, गुरप्रताप सिंह वडाला, नरिंदर कुमार शर्मा के अलावा कई अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।