चंडीगढ़। उत्तरी भारत के लाखों खुदरा व्यापारियों और लघु उद्यमियों ने केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा ई कामर्स कारोबार व ऑनलाइन बाजार चलाने वाली कंपनियों को बढ़ावा दिए जाने के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन (आरजेयूवीएस) ने ऐमजॉन व फिलिप्कार्ट के दफ्तरों के बाहर धरना देने और दफ्तरों पर ताला लगाने का ऐलान किया है।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने शनिवार से चंडीगढ़ में शुरू हुए दो दिवसीय अधिवेशन के उद्घाटन अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इस अधिवेशन में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश व गुजरात आदि के लघु एवं सूक्ष्म उद्यमी ओर खुदरा व्यापारी भाग ले रहे हैं।
ई कामर्स बाजार बंद नहीं किया तो ऐमजॉन व फिलिप्कार्ट के दफ्तरों को लगाएंगे ताला
ऑनलाइन शापिंग बाजार से बर्बाद हो रहे साढ़े छह करोड़ कारोबारी
आठ राज्यों के कारोबारियों का दो दिवसीय अधिवेशन शुरू
उन्होंने बताया कि देश मे साढ़े छह करोड़ एमएसएमई यूनिट हैं। जिनके माध्यम से 11 करोड़ लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। गुप्ता के अनुसार लघु उद्यमियों व खुदरा व्यापारियों द्वारा जीडीपी में 30 फीसदी योगदान दिया जा रहा है और 95 प्रतिशत उतपादन किया जा रहा है। देश के निर्यात में 40 प्रतिशत योगदान देने 6000 उत्पादों का उत्पादन करने के बावजूद बैंकिंग लोन में 16 प्रतिशत ही हिस्सा दिया जाता है।
देश में ऑनलाइन बाजार को बंद करने की मांग करते हुए राष्ट्रीय जन उद्योग संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने बिजली की दरें सस्ती करने और कर्ज दिए जाने क्षमता बढ़ाए जाने की मांग करते हुए कहा कि एक सर्वे के अनुसार वर्ष 2020 में ई कामर्स कंपनियों ने दो लाख 10 हजार करोड़ का कारोबार किया है। इसमे हर साल 27 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। जिसके चलते वर्ष 2024 तक यह कारोबार सात लाख 30 हजार करोड़ तक पहुँच जाएगा। जिससे छोटा दुकानदार, खुदरा व्यापारी ओर सूक्ष्म उद्यमी पूरी तरह से तबाह हो जाएगा।
संगठन के राष्ट्रीय सलाहकार संतोष मंगल ने ई कामर्स अथवा ऑन लाइन कंपनियों का विरोध करने और ऐमजॉन व फिलिप्र्कार्ट के दफ्तरों को ताला जडऩे का ऐलान करते हुए कहा कि दीपावली के दौरान भारत मे ई कामर्स कंपनियों ने 30 हजार करोड़ का कारोबार किया। जिसमें 55 फीसदी कारोबार टू टायर शहरों का था। इस अवसर पर बोलते हुए संगठन की युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों में 65 फीसद युवा वर्ग है। इसलिए संगठन द्वारा सोशल मीडिया तथा अन्य प्लेटफार्म के माध्यम से ई कामर्स बाजार के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। आरजेयूवीएस के हरियाणा अध्यक्ष गुलशन डंग ने कहा कि हरियाणा के सभी जिलों में ई कामर्स बाजार के विरुद्ध लोगो को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा और ऐमजॉन व फिलिप्कार्ट के दफ्तरों के आगे धरने दिए जाएंगे।
सबसे ज्यादा खरीद इलैक्ट्रोनिक्स उपकरण व कपड़ों कीराष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय सलाहकार संतोष मंगल ने एक सर्वे के आधार पर बताया कि ई कामर्स अथवा ऑनलाइन बाजार के कारण सबसे अधिक इलैक्ट्रोनिक्स व कपड़ा कारोबारियों को हुआ है। सर्वे के अनुसार लोग 40 प्रतिशत इलैक्ट्रोनिक्स का सामान तो 40 प्रतिशत कपड़ा ऑनलाइन खरीद रहे हैं। इसके अलावा 7 प्रतिशत ग्रोसरी, फ़ूड व ज्वैलरी, 4 प्रतिशत फर्नीचर व 2 प्रतिशत अन्य समान खरीदते हैं। जिससे देश के लाखों खुदरा व्यापारी तबाह हो रहे हैं।