कम्यूनिस्टों ने की मांग धारा 144 हटाई जाए
मोहाली में शुक्रवार को आठ विभिन्न कम्यूनिस्ट पार्टियों की ओर से अपनी मांगों को लेकर फेज-8 के दशहरा ग्राउंड में पंजाब सरकार के खिलाफ रैली की गई। इस दौरान पार्टियों के पदाधिकारियों व सदस्यों ने विधानसभा का घेराव करने के लिए फेज-8 के ग्राउंड से चंडीगढ़ की ओर कूच किया। लेकिन चंडीगढ़ पुलिस की ओर से गीता भवन मंदिर के पास कम्यूनिस्ट पार्टियों के सदस्यों को लिया गया। पार्टियों के सदस्यों ने बारिश के बीच चंडीगढ़ बार्डर तक पहुंचे। इस दौरान पंजाब सरकार के मांग की गई कि राज्य में कोरोना महामारी के चलते जो धारा 144 लगाई गई है उसे हटाया जाए।
एक प्रतिनिधीमंडल को प्रधानमंत्री से मिलने के लिए ले जाया जाए
सीपीआई के बंत सिंह बराड़, मंगत राम पासला, गुरमीत सिंह अजमेर सिंह ने कहा कि अपनी आवाज को बुलंद करने केा अधिकार संविधान ने हमें दिया है। लेकिन महामारी का बहना बना कर लोगों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है इस लिए धारा 144 हटाई जाए। बंत सिंह ने कहा कि कोरोना के कारण आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। छोटे उद्योग खत्म हो गए है। इस लिए हमारी मांग है कि विधानसभा में आर्थिक स्थिति को कैसे मजबूत किया जाए इस पर चर्चा हो न की इधर उधर के आरोप प्रत्योरोपों पर चर्चा की जाए। नेताओं ने मांग की कि केंद्र की ओर से किसान विरोध जो बिल पास किए गए है इन्हें वापस करवाने के लिए करवाई की जाए। विधानसभा में इस लेकर एक प्रस्ताव पास किया जाए। एक प्रतिनिधीमंडल को प्रधानमंत्री से मिलने के लिए ले जाया जाए। ताकि हमारी आवाज केंद्र तक पहुुंच सके। नेताओं ने कहा कि अगर मांगों को पूरा नहीं किया गया तो संघर्ष ओर तेज किया जाएगा।