चंडीगढ़,10 दिसंबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) । अपने विवादित बयानों के कारण भाजपा से मीडिया प्रभारी की कुर्सी गंवाने के बाद अब राजपूताना विरासत जागृति मंच ने भी सूरजपाल अम्मू से किनारा कर दिया है। मंच ने सूरजपाल अम्मू द्वारा शनिवार को स्वाभिमान रैली में संत रामपाल समर्थकों के पक्ष में नारेबाजी करने के चलते उनसे पल्ला झाड़ लिया है।मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूम सिंह राणा सहित अन्य पदाधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका अब से अम्मू से कोई संबंध नहीं है। 25 दिसंबर को सूरजपाल अम्मू भिवानी में जो रैली करने की घोषणा उनके मंच से की थी, उस रैली में राजपूताना विरासत जागृति मंच का कोई सदस्य व पदाधिकारी हिस्सा नहीं लेगा। राणा ने कहा कि 25 दिसंबर को हरियाणा के हर जिले में राजपूताना विरासत जागृति मंच की ओर से संजय लीला भंसाली के पुतले फूंके जाएंगे। जगह-जगह मां पद्मावती पर बनाई गई फिल्म पर हरियाणा में बैन लगाने के लिए प्रदर्शन होगा।
उन्होंने कहा कि यदि हरियाणा में इस फिल्म को नहीं किया गया तो राजपूत कोई भी कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाएंगे। वहीं, अब सूरजपाल अम्मू के लिए आने वाले दिन काफी कठिन होंगे, क्योंकि अब वह भाजपा से तो मीडिया प्रभारी का पद गंवा चुके हैं। अब राजपूत भी उनसे कट जाएंगे। ऐसे में आने वाले दिनों में उन्हें अपना राजनीतिक सफर तय करने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।