पानीपत,29 नवंबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) । जिले के छाजपुर गांव में एक परिवार में तीन शादियोां होनी थीं और सारी तैयारी पूरी हो गई थीं। दो बेटियों की बरात आैर अगले दिन पुत्र की बरात जानी थी। लेकिन, अचानक इसमें बड़ा विघ्न पड़ गया और तीनों शादियां रुक गईं। हुआ यह की ऐन मौके पर जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने शादी के बंधन में बंधने वाले लड़कियों और लड़के के नाबालिग होने के कारण इसे रुकवा दिया।
रजनी गुप्ता ने बताया कि गांव छाजपुर निवासी पाले राम ने अपनी बड़ी बेटी रिंपी का रिश्ता समालखा की शास्त्री कालोनी के रहने वाल यशपाल चौहान के बेटे परमीत से तय किया था। उससे छोटी बेटी आरती का रिश्ता सोनीपत के भौरा रसूलपुर के रहने वाले कर्णसिंह के बेटे रोबिन से तय किया था। पाले राम ने बेटे जसप्रीत का विवाह साक्षी पुत्री स्वर्गीय भोपाल चौहान निवासी बुच्चा खेड़ी शामली से तय किया था। दोनों बहनों की बरात बुधवार की सुबह आनी थी और फेरों के बाद शाम को विदाई होनी थी। नाबालिग बच्चों की शादी की सूचना पर मौके पर जांच की गई। रजनी गुप्ता का कहना है कि आरती व उसका भाई दोनों गांव स्थित राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़े हैं। उन्होंने बताया कि स्कूल रिकॉर्ड के मुताबिक आरती की जन्मतिथि 20 सितंबर 2002 तथा जसप्रीत की जन्मतिथि 22 जनवरी 2002 है। परिजनों को बाल विवाह निषेध एक्ट की जानकारी देते हुए, विवाह रुकवाया गया। तुरंत मामले की सूचना सोनीपत की जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी भानू गौड़ को दी गई। भानू गौड़ ने गांव भौरा रसूलपुर पहुंचकर रोबिन की बरात का प्रस्थान रुकवाया गया। कागजात की जांच में रिंपी बालिग मिली।