पटियाला,29 नवंबर ( न्यूज़ अपडेट इंडिया ) पंजाबी यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेज प्रिंसिपलों से वाइस चांसलर डॉ.बीएस घुम्मण ने मी¨टग की। इस मौके पर वीसी ने ¨प्रसिपलों को शिक्षा में सुधार या फिर सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि कॉलेजों को दुकानों की तरह नहीं चलाने दिया जाएगा। अगले अकादमिक सेशन से यूनिवर्सिटी की ओर से लगाए जाने वाले जुर्मानों से बचने के लिए नियमों को अपनाना जरूरी है। जिन कॉलेजों को यूनिवर्सिटी की ओर से जुर्माना लगाया जाएगा, उसको किसी भी हालत में माफ नहीं किया जाएगा। पिछड़े क्षेत्रों में चल रहे कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की मदद के लिए यूनिवर्सिटी प्लेसमेंट, समर्था निर्माण व आउटरीच प्रोग्राम को शुरू करेगी। इस तरह के कॉलेजों में लड़कियों का दाखिला बढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से अलग-अलग ढंग अपनाए जाएंगे। इस दौरान वीसी ने ¨प्रसिपलों को कॉलेज में आयोग ¨प्रसिपल व अध्यापकों को रखने से गुरेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिस कॉलेज के पास स्टाफ की कमी है, को तुरंत पूरा किया जाए। बैठक के दौरान कंट्रोलर डॉ.जीएस बत्रा ने बताया कि अंडरग्रेजुएट कोर्स की परीक्षा 20 दिसंबर से पहले पूरी हो जाएंगी और रिजल्ट एक महीने के अंदर जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अध्यापकों को जुर्माने से बचने के लिए रोजाना कम से कम 60 जवाब पत्र दिए जाएंगे। ईएमआरसी के डायरेक्टर डॉ. गुरमीत मान ने यूजीसी-एमएचआरडी के एक प्रोजेक्ट मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कॉलेज के अध्यापकों को ट्रे¨नग देने के लिए वर्कशॉप करवाई जाएगी। बैठक में शामिल डीन कॉलेज डा.कुलबीर ¨सह ढिल्लों व अस्सिटेंट डीन कॉलेज डॉ.रा¨जदरपाल ¨सह बराड़ ने एजेंडा पेश किया। वहीं दूसरी ओर मी¨टग में शामिल विभिन्न कॉलेजों के ¨प्रसिपलों की ओर से उठाए सवालों के जवाब दिए।